Sunday, April 20, 2025
Home स्वास्थ्य कुर्सी को कहें बाय बाय…आपको सेहतमंद बना देगी जमीन पर बैठने की...

कुर्सी को कहें बाय बाय…आपको सेहतमंद बना देगी जमीन पर बैठने की आदत-

जमीन पर बैठना प्राचीन भारतीय संस्कृति रही है। हमारे यहां खाना खाने से लेकर शिक्षा पाने तक कई काम जमीन पर ही बैठकर ही किए जाते थे। लेकिन समय बदलने के साथ अब कुर्सी और सोफे ने अपनी जगह बना ली है। यह सच है कि इन चीजों से हमारी लाइफस्टाइल बदली हैं और सुविधाएं भी बढ़ी हैं लेकिन इससे सेहत से जुड़ी समस्याएं भी बढ़ी हैं। जमीन पर बैठना सिर्फ हमारी संस्कृति ही नहीं थी, इससे कई तरह के हेल्थ बेनिफिट्स भी हैं. जमीन पर बैठने के फायदे अगर आप जान लेंगे तो यकीन मानिए कुर्सी पर बैठना छोड़ देंगे।

जमीन पर बैठने के 5 जबरदस्त फायदे:-

माइंड पॉजिटिव रहता है-

जमीन पर बैठने से मन में पॉजिटिविटी बढ़ती है। इससे दिल-दिमाग से निगेटिविटी का सफाया हो जाता है। अगर आप हर दिन 10 से 15 मिनट ही जमीन पर बैठते हैं तो खुद में एक अलग तरह की एनर्जी महसूस करेंगे।

बॉडी फ्लैक्सिबल बनती है-

जमीन पर बैठने और उठने में शरीर के सभी मुख्य जोड़ों का इस्तेमाल होता है। कई मांसपेशियां भी इसमें वर्क करती हैं. रोजाना जमीन पर बैठना एक तरह की एक्सरसाइज ही है। नियमित तौर पर इसकी प्रैक्टिस बॉडी को फ्लैक्सिबल बनाती है।

दिमाग के लिए फायदेमंद-

पद्मासन और सुखासन की तरह ही जमीन पर बैठना भी दिमाग के लिए बेहद फायदेमंद होता है। अगर आपका मन पढ़ाई में नहीं लग रहा है या किसी चीज में दिमाग नहीं काम कर रहा तो जमीन पर बैठने का आदत डालनी चाहिए।

बॉडी पोश्चर बेहतर होती है-

अगर आप रोजाना जमीन पर बैठते हैं तो आपकी बॉडी पोश्चर सुधरती है। चूंकि हर दिन जमीन पर बैठने से मांसपेशियां और जोड़े काम करते हैं, उनका इस्तेमाल होता है, इससे पोश्चर में सुधार होता है।

पाचन तंत्र दुरुस्त होता है-

जमीन पर बैठने से पाचन क्रिया अच्छी होती है। जमीन पर बैठकर भोजन करना पेट के लिए फायदेमंद होता है। इससे पाचन तंत्र की समस्याएं कम होती हैं। इसलिए रोजाना जमीन पर जरूर बैठें। हो सके तो खाना जमीन पर ही बैठकर खाएं।

RELATED ARTICLES

हर बार खाना खाने के बाद पेट क्यों फूल जाता है?

पाचन स्वास्थ्य को पूरे शरीर का केंद्र माना जाता है। स्वास्थ्य विशेषज्ञ कहते हैं, अगर आपका पाचन ठीक है तो ये संकेत है कि...

गर्मियों में मधुमेह का बढ़ता जोखिम: कारण क्या हैं और कैसे करें कंट्रोल?

अप्रैल के तीसरे हफ्ते में ही पूर्वी भारत के अधिकतर राज्यों में पारा 40 के पार होने लगा है। स्वास्थ्य विशेषज्ञ कहते हैं, जिस...

“कम उम्र में फैटी लिवर का खतरा: युवाओं में क्यों बढ़ रही है यह समस्या?”

लाइफस्टाइल और आहार की गड़बड़ी ने कई प्रकार की बीमारियों के खतरे को काफी बढ़ा दिया है। इसका संपूर्ण स्वास्थ्य पर नकारात्मक असर देखा...

LEAVE A REPLY

Please enter your comment!
Please enter your name here

- Advertisment -

Most Popular

हर बार खाना खाने के बाद पेट क्यों फूल जाता है?

पाचन स्वास्थ्य को पूरे शरीर का केंद्र माना जाता है। स्वास्थ्य विशेषज्ञ कहते हैं, अगर आपका पाचन ठीक है तो ये संकेत है कि...

दुर्घटनाओं पर लगेगा लगाम, एक जुलाई से शुरू होगा नया उपकरण सिस्टम

नई दिल्ली। बढ़ती सड़क दुर्घटनाओं को कम करने के लिए केंद्र सरकार ने बड़ा कदम उठाया है। सड़क सुरक्षा को और मजबूत करने के लिए...

मुख्यमंत्री धामी का निर्देश: शैक्षणिक संस्थानों में हों विशेष योग शिविर

देहरादून। ग्राम स्तर तक योग अभियान चलाया जाए। विद्यालयों और महाविद्यालयों में विशेष योग शिविरों का आयोजन किया जाए। योग पर निबंध, भाषण, पोस्टर...

मुख्यमंत्री ने सुनी जनता की आवाज, अफसरों को दिए समाधान के सख्त निर्देश

देहरादून। मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने शनिवार को मुख्यमंत्री आवास स्थित मुख्य सेवक सदन में प्रदेश के विभिन्न क्षेत्रों से आए लोगों की समस्याओं...

Recent Comments