कार्यक्रम के दौरान अनेक कार्मिकों एवं परिजनों ने राज्यपाल को सीधे अपनी समस्याएं, सुझाव एवं अपेक्षाएं साझा कीं, जिन्हें राज्यपाल ने गंभीरतापूर्वक सुना। उन्होंने आश्वस्त किया कि प्रत्येक समस्या एवं सुझाव पर संवेदनशीलता के साथ विचार कर आवश्यक कार्रवाई की जाएगी।
राज्यपाल ने संबोधित करते हुए कहा कि राजभवन एक पारिवारिक संस्था की तरह है, जिसमें कार्यरत प्रत्येक अधिकारी व कर्मचारी उनके लिए परिवार के सदस्य हैं। परिवार के किसी भी सदस्य की समस्या मेरी अपनी समस्या है और उसका समाधान मेरी प्राथमिकता है। उन्होंने सभी से राजभवन की गरिमा, मर्यादा एवं प्रतिष्ठा के अनुरूप आचरण करने और निष्ठा व समर्पण के साथ कार्य निष्पादन की अपेक्षा की।
राज्यपाल ने कहा कि शासकीय सेवा केवल दायित्व नहीं, एक पुनीत कर्तव्य है। प्रत्येक कार्मिक को अपने उत्तरदायित्वों को पूरी निष्ठा, ईमानदारी एवं उत्कृष्टता के साथ निभाना चाहिए। उन्होंने कहा कि यदि किसी कार्मिक या परिजन को शिक्षा या स्वास्थ्य से संबंधित किसी भी प्रकार की सहायता की आवश्यकता हो, तो वे बिना संकोच अपनी बात रखें। राज्यपाल ने सभी से अपने और अपने परिजनों के शैक्षणिक स्तर को निरंतर बढ़ाने का आग्रह किया तथा हरसंभव सहयोग का आश्वासन दिया।
इस अवसर पर सचिव श्री राज्यपाल रविनाथ रामन ने कहा कि राज्यपाल की प्रेरणा से परिवार मिलन कार्यक्रम एक सराहनीय एवं अभिनव पहल है, जिससे अधिकारियों एवं कर्मचारियों को सीधे अपने प्रमुख से संवाद का अवसर प्राप्त होता है। कार्यक्रम में प्रथम महिला श्रीमती गुरमीत कौर, विधि परामर्शी श्री अमित कुमार सिरोही, अपर सचिव श्रीमती स्वाति एस. भदौरिया, वित्त नियंत्रक डॉ. तृप्ति श्रीवास्तव सहित राजभवन के सभी अधिकारी, कर्मचारी एवं उनके परिजन बड़ी संख्या में उपस्थित रहे।