Saturday, June 7, 2025
Home स्वास्थ्य प्रेग्नेंसी में पैरासिटामोल खाना सही या नहीं? पेट में पल रहे बच्चे...

प्रेग्नेंसी में पैरासिटामोल खाना सही या नहीं? पेट में पल रहे बच्चे पर इसका क्या होता है असर-

जब किसी को बुखार होता है तो वह अपने और भी कई तरह की बीमारी लेकर आती है. जैसे सिर दर्द, शरीर में दर्द आदि। बुखार को ठीक करने के लिए अक्सर हम क्रोसिन, पैरासिटामोल, डोला, सुमो, कालपोल का इस्तेमाल करते हैं। लेकिन क्या प्रेग्नेंसी के दौरान भी इन दवाईयों का इस्तेमाल कर सतते हैं।

कहीं यह बच्चे के लिए खतरनाक तो साबित नहीं होगा। प्रेग्नेंसी के दौरान कुछ महिलाएं तो बिना डॉक्टर से पूछे दवा नहीं खाती हैं लेकिन कुछ ऐसी भी हैं जो बिना सोचे समझे धड़ल्ले से पैरासिटामोल खा लेती हैं। आज हम आपको अपने आर्टिकल के जरिए यह बताने की कोशिश करेंगे कि प्रेग्नेंसी में पैरासिटामोल खाना सही है या नहीं?

पैरासिटामोल खाने से बच्चे के शरीर पर पड़ता है ऐसा असर-

रिसर्च के मुताबिक प्रेग्नेंसी के दौरान पैरासिटामोल इसलिए नहीं खाना चाहिए क्योंकि यह प्लेसेंटा के बैरियर को पार कर लेता है। सिर्फ इतना ही नहीं यह भ्रूण को काफी ज्यादा नुकसान भी पहुंचाता है। इसका सीधा असर बच्चे के विकास पर भी होता है। और बच्चा का लिवर भी खराब कर सकता है। पैरासिटामोल खाने से बच्चों का रिप्रोडक्टिव और यूरोजेनाइटल डिसॉर्डर का जोखिम भी बढ़ा देता है। इस बीमारी में बच्चे का पेशाब करने का रास्ता ठीक से खुलता नहीं है।

बच्चे में आईक्यू की कमी-

रिपोर्ट के मुताबिक प्रेग्नेंसी के दौरान पैरासिटामोल खाने से भ्रूण पर गंभीर असर पड़ता है। हालांकि इस पूरे रिसर्च में यह कहीं भी नहीं मिला कि पैरासिटामोल खाने वाली महिला का बच्चा प्रसव से पहले हो जाता है। लेकिन कुछ कठिनाइयों का सामना करना पड़ता है। प्रेग्नेंसी में पैरासिटामोल खाना चाहिए या नहीं इसे लेकर अब तक कई रिसर्च हो चुकी है। डेली मेल में छपी खबरे क मुताबिक प्रेग्नेंसी के दौरान ज्यादा पैरासिटामोल का इस्तेमाल आपके भ्रूण के लिए कई तरह की मुश्किलें हो सकती है। रिसर्च के मुताबिक ज्यादा पैरासिटामोल के इस्तेमाल से बच्चे में अटेंसन डेफीसिट हाइपरएक्टिविटी डिर्सोडर, ऑटिज्म, लैंग्वेज और आईक्यू की दिक्कत हो सकती है।

RELATED ARTICLES

धूम्रपान से क्या घट सकती है आपकी उम्र एक दशक तक? स्वास्थ्य विशेषज्ञ क्या कहते हैं

वैश्विक स्तर पर बढ़ती स्वास्थ्य समस्याओं के लिए हमारी गड़बड़ लाइफस्टाइल और खान-पान की दिक्कतों को बड़ा कारण माना जाता रहा है। हृदय रोग-डायबिटीज...

नवजात की गर्मियों में खास देखभाल करें, इन बातों को न करें नजरअंदाज

गर्मियों का मौसम छोटे बच्चों के लिए चुनौतीपूर्ण हो सकता है। तेज धूप, लू और पसीना छोटे बच्चों को जल्दी प्रभावित करता है। ऐसे...

राज्य में कोरोना के नए स्वरूप की एंट्री, दो लोगों में संक्रमण पाया गया

देहरादून। देश में एक बार फिर कोरोना वायरस का नया वैरिएंट चिंता का कारण बनता जा रहा है। इसकी आहट अब उत्तराखंड में भी...

LEAVE A REPLY

Please enter your comment!
Please enter your name here

- Advertisment -

Most Popular

धूम्रपान से क्या घट सकती है आपकी उम्र एक दशक तक? स्वास्थ्य विशेषज्ञ क्या कहते हैं

वैश्विक स्तर पर बढ़ती स्वास्थ्य समस्याओं के लिए हमारी गड़बड़ लाइफस्टाइल और खान-पान की दिक्कतों को बड़ा कारण माना जाता रहा है। हृदय रोग-डायबिटीज...

सीएम पुष्कर सिंह धामी ने कालू सिद्ध धाम में किया पूजन

हल्द्वानी। मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने शनिवार को हल्द्वानी स्थित कालू सिद्ध मंदिर में आयोजित तीन दिवसीय प्राण प्रतिष्ठा कार्यक्रम में भाग लिया। इस...

देवभूमि से खेलभूमि की ओर अग्रसर उत्तराखंड: सीएम धामी

नैनीताल।मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने शुक्रवार को नैनीताल स्थित डीएसए मैदान में आयोजित भव्य कार्यक्रम में प्रतिभाग किया| इस अवसर पर मुख्यमंत्री श्री पुष्कर...

नैनीताल में समीक्षा बैठक में सीएम का सख्त रुख – कहा: भ्रष्टाचार पर जीरो टॉलरेंस, जिम्मेदारी तय होगी

नैनीताल।मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने शुक्रवार को नैनीताल में कुमाऊं मंडल स्तरीय अधिकारियों के साथ उच्च स्तरीय समीक्षा बैठक की अध्यक्षता की। इस बैठक...

Recent Comments