Sunday, April 20, 2025
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पीठ के दर्द से छुटकारा चाहिए? करें ये आसान योगाभ्यास

कभी न कभी हर किसी को पीठ में बहुत ज्यादा दर्द होता है। कुछ लोगों के लिए पीठ में दर्द की समस्या आम बात है तो कुछ लोगों को थकान, अधिक मेहनत वाले काम या अन्य किसी कारण से अचानक पीठ में दर्द होने लगता है। यह एक आम समस्या है जो रोजमर्रा के कामों को भी मुश्लिक बना देती है। पीठ में दर्द खराब मुद्रा के कारण, लंबे समय तक बैठने या मांसपेशियों में खिंचाव के कारण हो सकता है। दर्द को नजरअंदाज करने से ये बढ़ सकता है। कार्य में समस्या उत्पन्न न हो, इसके लिए जल्दी से जल्दी राहत पानी जरूरी होता है।

कुछ योगासनों के अभ्यास से आपकी मांसपेशियों में खिंचाव आता है। योग मांसपेशियों को मजबूत बनाकर, लचीलेपन में सुधार करके और बेहतर मुद्रा को बढ़ावा देकर पीठ दर्द को कम करने में मदद करते हैं। यहां कुछ प्रभावी योगासन बताए जा रहे हैं जो पीठ के दर्द को जल्दी कम करने और राहत दिलाने में मदद कर सकते हैं।

बालासन

यह योग मुद्रा पीठ के निचले हिस्से, कूल्हों और रीढ़ को धीरे से खींचती है, तनाव से राहत देती है और लचीलेपन में सुधार करती है। यह शरीर को आराम देने के साथ तनाव को कम करती है जो पीठ दर्द को कम करने में सहायक है। इसके अभ्यास के लिए घुटनों के बल बैठकर सांस छोड़ते हुए आगे झुकें। माथा जमीन पर टिकाएं और इस दौरान हाथों को आगे या पीछे रख सकते हैं। कुछ देर इसी स्थिति में रहें।

कैट काउ पोज

इस आसन को मार्जरी आसन कहते हैं। इसके अभ्यास के लिए फर्श पर दोनों घुटनों और दोनों हाथों को टेक कर बिल्ली जैसी मुद्रा बनाएं। जांघों को ऊपर की ओर सीधा करके पैर के घुटनों पर 90 डिग्री का कोण बनाएं। अब लंबी सांस लें और सिर को पीछे की ओर झुकाते हुए टेलबोन को ऊपर उठाएं। फिर सांस छोड़ते हुए सिर को नीचे की ओर झुकाएं और ठुड्डी को छाती से लगाने का प्रयास करें। इस प्रक्रिया को दोहराएं।

भुजंगासन

कमर दर्द और पीठ दर्द के लिए सबसे लोकप्रिय आसनों में से एक भुजंगासन है। भुजंगासन के अभ्यास के लिए पेट के बल लेटकर हथेलियों को कंधों के नीचे रखें। सांस लेते हुए छाती को ऊपर उठाएं और नजर सामने रहे। कुछ सेकंड इसी मुद्रा में रहने के बाद धीरे से नीचे आएं।

सेतुबंधासन

सेतुबंधासन के अभ्यास के लिए अपने घुटनों को मोड़कर और पैरों को कूल्हे की चौड़ाई से अलग करके अपनी पीठ के बल लेट जाएं। अब पैरों को जमीन पर दबाएं और अपने कूल्हों को छत की ओर उठाएं। 20-30 सेकंड तक इसी स्थिति में रुकें।

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