खानपान की आदतों में करें ये बदलाव
खाने का समय तय करें
रोजाना एक ही समय पर भोजन करें।
लंबे समय तक भूखे न रहें।
दिन में छोटे-छोटे मील्स लें (हर 2-3 घंटे में हल्का-फुल्का खाएं)।
2. भारी और तला-भुना खाना न खाएं
ज्यादा मसालेदार, तला-भुना और ऑयली फूड एसिडिटी को बढ़ा सकता है।
इसके बजाय हल्का, उबला हुआ और कम मसाले वाला खाना खाएं।
3. कैफीन और कोल्ड ड्रिंक्स से बचें
चाय, कॉफी, कोल्ड ड्रिंक्स और सोडा जैसी चीजों से परहेज करें।
इनके बजाय हर्बल टी या गुनगुना पानी पिएं।
4. खाने के तुरंत बाद न लेटें
भोजन के बाद कम से कम 30-40 मिनट तक सीधे बैठें।
लेटने से पेट का एसिड ऊपर आ सकता है, जिससे एसिडिटी बढ़ती है।
5. फाइबर युक्त आहार को अपनाएं
हरी सब्जियां, फल, साबुत अनाज और सलाद का सेवन करें।
फाइबर पाचन को बेहतर बनाता है और एसिडिटी से राहत देता है।
6. अल्कलाइन फूड्स को डाइट में शामिल करें
केला, खीरा, तरबूज, नारियल पानी और पपीता जैसे फल एसिडिटी को कम करने में मदद करते हैं।
ये पेट के एसिड को बैलेंस करते हैं और पाचन को आसान बनाते हैं।
7. पानी की मात्रा बढ़ाएं
दिनभर में कम से कम 8-10 गिलास पानी पिएं।
पानी शरीर से विषाक्त पदार्थों को बाहर निकालकर एसिडिटी को कम करता है।
8. अदरक और तुलसी का सेवन करें
अदरक और तुलसी के पत्ते चबाने से एसिडिटी से राहत मिलती है।
अदरक में एंटी-इंफ्लेमेटरी गुण होते हैं, जो पाचन तंत्र को शांत करते हैं।