Sunday, January 12, 2025
Home राष्ट्रीय महापर्व छठ का आज दूसरा दिन, जानें खरना पूजा का समय, विधि...

महापर्व छठ का आज दूसरा दिन, जानें खरना पूजा का समय, विधि और इसका महत्व

नई दिल्ली। लोक आस्था के महापर्व छठ का आज यानी बुधवार को दूसरा दिन है। नहाय-खाय के बाद व्रती खरना का प्रसाद ग्रहण करेंगे। इस दिन शाम को गुड़ और चावल की खीर बनाकर उसका भोग लगाया जाएगा। महिलाएं निर्जला व्रत रखकर अगले दिन यानी गुरुवार शाम को अस्ताचलगामी सूर्य को अर्घ्य देंगी और शुक्रवार को उगते हुए सूर्य को अर्घ्य देकर संतान और परिवार के लिए मंगल कामना करेंगी। छठ पूजा के दूसरे दिन खरना पूजा का भी विशेष महत्व होता है। खरना छठ पूजा के सबसे महत्वपूर्ण पूजा दिनों में से एक है। इस दिन छठी मैया का आगमन होता है जिसके बाद भक्त 36 घंटे का निर्जला उपवास शुरू करते हैं। इस साल खरना पूजा पर विशेष संयोग बन रहा, जिसे ज्योतिष काफी शुभ मान रहे। आइए जानते हैं आज खरना का शुभ मुहूर्त पूजा विधि और महत्व के बारे में।

जानिए, कब से कब तक है खरना पूजा का मुहूर्त

बुधवार सुबह 04:59 बजे से 05:52 बजे तक ब्रह्म मुहूर्त है। सूर्योदय सुबह 06:45 बजे पर हुआ और सूर्यास्त का समय शाम 09:26 बजे है। पंडित अनंत चौधरी की मानें तो इस साल खरना पूजा मूल नक्षत्र में बन रहा है, जिसे सनातन में काफी शुभ माना गया है। खरना पूजा का शुभ मुहूर्त शाम 05:29 से 07:48 तक है। पूर्वाषाढ़ नक्षत्र के साथ सुकर्मा योग बन रहा है। इस नक्षत्र में खरना पूजा करने से घर में सुख-समृद्धि आती है। इस शुभ मुहूर्त में पूजा करने से व्रतियों को विशेष फल और आशीर्वाद मिलता है।

छठ खरना पूजा में किनकी आराधना होती है?

छठ पूजा के दूसरे दिन को खरना कहा जाता है। इस बार खरना छह नवंबर यानी बुधवार को है। कार्तिक मास के शुक्ल पक्ष की पंचमी तिथि को खरना का प्रसाद बनाया जाता है। इस दिन माताएं दिनभर व्रत रखती हैं और पूजा के बाद खरना का प्रसाद खाकर 36 घंटे के निर्जला व्रत का आरंभ करती हैं। इस दिन मिट्टी के चूल्हे में आम की लकड़ी से आग जलाकर प्रसाद बनया जाता है।

छठ का पहला अर्घ्य और दूसरा अर्घ्य कब है?
छठ पूजा के तीसरे दिन शाम के समय नदी या तालाब में खड़े होकर अस्त होते सूर्य देव को अर्घ्य दिया जाता है। इस बार सात नवंबर यानी गुरुवार को पहला अर्घ्य दिया जाएगा। इसमें बांस के सूप में फल, गन्ना, चावल के लड्डू, ठेकुआ सहित अन्य सामग्री रखकर पानी में खड़े होकर पूजा की जाती है। छठ पूजा के चौथे और आखिरी दिन उगते हुए सूर्य को अर्घ्य दिया जाता है। इस बार आठ नवंबर यानी शुक्रवार को दूसरा अर्घ्य दिया जाएगा। इस दिन व्रती अपने व्रत का पारण करते हैं। साथ ही अपनी संतान की लंबी उम्र और अच्छे भविष्य की कामना करते हैं।

RELATED ARTICLES

प्रधानमंत्री मोदी: सोशल मीडिया ने सत्यापन के माध्यम से लोकतंत्र को किया मजबूत

नई दिल्ली। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने जिरोधा के सह संस्थापक निखिल कामथ के साथ अपने पहले पॉडकास्ट में कहा, मैं ऐसे राज्य से आता...

गृह मंत्री ने अंडमान-निकोबार और लक्षद्वीप में ‘पीएम सूर्य घर’ योजना लागू करने का आदेश दिया

नई दिल्ली। द्वीप विकास एजेंसी (आईडीए) की बैठक की अध्यक्षता करते हुए केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह ने कहा कि केंद्र शासित प्रदेश अंडमान...

प्रधानमंत्री मोदी ने किया ग्रामीण भारत महोत्सव 2025 का शुभारंभ

नई दिल्ली। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने दिल्ली के भारत मंडपम में आज ग्रामीण भारत महोत्सव 2025 का उद्घाटन किया। जिसमें विकसित राष्ट्र के विजन को...

LEAVE A REPLY

Please enter your comment!
Please enter your name here

- Advertisment -

Most Popular

प्रधानमंत्री मोदी: सोशल मीडिया ने सत्यापन के माध्यम से लोकतंत्र को किया मजबूत

नई दिल्ली। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने जिरोधा के सह संस्थापक निखिल कामथ के साथ अपने पहले पॉडकास्ट में कहा, मैं ऐसे राज्य से आता...

क्या रोज दूध पीने से कम होता है आंतों के कैंसर का खतरा? जानें विशेषज्ञों की राय

अच्छी सेहत के लिए स्वास्थ्य विशेषज्ञ सभी लोगों को स्वस्थ और पौष्टिक चीजों को सेवन की सलाह देते हैं। ज्यादातर विशेषज्ञ कहते हैं कि...

नशामुक्त उत्तराखंड की दिशा में तेजी से बढ़ रहा राज्य: मुख्यमंत्री धामी

देहरादून। मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने केंद्रीय गृहमंत्री अमित शाह की अध्यक्षता में आयोजित मादक पदार्थों की तस्करी और राष्ट्रीय सुरक्षा विषय पर आयोजित...

हिना खान ने कैंसर के इलाज के साथ काम करने के अपने अनुभव पर की बात

एक्ट्रेस हिना खान उर्फ 'शेर खान' टीवी, फिल्म में मजबूत किरदार निभाने के लिए जानी जाती हैं। अभिनेत्री अपनी प्रोफेशनल लाइफ के अलावा अपनी...

Recent Comments